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कोरबा। गुजरात के बिजली संयंत्रों में गहराए कोयला संकट से चिंतित गुजरात स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड की चेयरपर्सन ममता वर्मा (आइएएस) अधिकारियों की टीम के साथ छत्तीसगढ़ पहुंची। इस मौके पर कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल ने साउथ इस्टर्न कोलफिल्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी) समेत अफसरों की बैठक लेकर कहा कि बेहतर योजना व तालमेल के साथ कोयला उत्पादन बढ़ाएं, ताकि देश के बिजली संयंत्रों को मांग के अनुरूप कोयला प्रदान किया जा सके।
गुजरात के बिजली संयंत्रों को एसईसीएल के भटगांव, चिरमिरी, बैकुंठपुर व कोरबा कोल फिल्ड्स के दीपका, गेवरा, कुसमुंडा खदान से कोयले की आपूर्ति की जाती है। गुजरात में बिजली की मांग 21,600 मेगावाट तक जा पहुंची है। गुजरात में बीते वर्ष अप्रैल में बिजली की अधिकतम मांग 16168 मेगावाट रही। सीधे पांच हजार मेगावाट की मांग बढऩे पर बिजली संयंत्रों में कोयले की आवश्यकता भी बढ़ गई है। बिजली की मांग और आपूर्ति में अंतर आने की वजह से कटौती करनी पड़ रही। कोयला आपूर्ति बढ़ाने का प्रस्ताव लेकर गुजरात सरकार ने स्टेट पावर कार्पोरेशन लिमिटेड के अफसरों को शनिवार को छत्तीसगढ़ भेजा। यहां एसईसीएल के बिलासपुर मुख्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक प्रमुख रूप से गुजरात के बिजली संयंत्रों को दिए जाने वाले कोयला की समीक्षा की गई, साथ ही चेयरमैन कोल इंडिया ने यह आश्वासन दिया कि मांग के अनुरूप कोयला उपलब्ध कराने की हर संभव कोशिश की जाएगी।