
रायपुर। शनिवार को रायपुर के गोल बाजार में दोपहर को व्यापारियों ने शांतिपूर्ण ढंग से निगम की प्रस्तावित पालिसी का विरोध किया.बाजार बाहरी लोगों के लिए बंद कर दिया गया और सभी व्यापारी अपनी दुकानों के सामने खड़े होकर विरोध प्रदर्शन करते नजर आए। दुकानदारों ने मानव श्रृंखला बनाई, यह मानव श्रृंखला चिकनी मंदिर चौक से भानजी भाई, भगत किराना, मुन्नालाल पापालाल और वहां से चिकनी मंदिर चौक तक बनाई गई।
व्यापारी महासंघ के लोग नारा लगाते दिखे- सारा का सारा है गोल बाजार हमारा हैं । आगे व्यापारियों ने कहा कि जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होतीं, हम रोजाना नए तरीकों से आंदोलन करते रहेंगे और हमारा आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से होगा। व्यापारियों की मांग है कि निर्माण शुल्क हटाकर प्रदेश में प्रचलित विकास शुल्क लेकर और गाइड लाइन का पूर्ण पालन करते हुए सही नाप जोख कर व्यापारियों को मालिकाना हक प्रदान करें।
व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष धनराज जैन,कार्यकारी अध्यक्ष अजय देवांगन,सचिव परवेज शकीलुद्दीन कोषाध्यक्ष विवेकानंद गुप्ता,मीडिया प्रभारी आर के गुप्ता ने संयुक्त रूप से बताया कि नगर निगम रायपुर ने गोल बाजार के व्यापारियों को मालिकाना हक देने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया है, जिसमें कई सारी गलतियां हैं। भूमि की रजिस्ट्री के लिये गोल बाजार की गाइडलाइन दर ही तय नहीं हुई है। नगर निगम पास की प्रमुख सड़कों से दर ले रहा है, जो अंदर के व्यापारियों पर भारी पड़ रही है।
विकास शुल्क विकसित व अविकसित क्षेत्र में 23 रुपये से 76 रुपए तक है, जबकि नगर निगम व्यापारियों से मांग रहा है 1000 रुपए प्रति वर्गफीट और वो भी हर फ्लोर का। भूतल एवं तीन फ्लोर वाली दुकान से 4000 रुपए प्रति वर्गफीट , यदि दुकान 200 वर्गफीट की है तो 8 लाख रुपए सिर्फ विकास शुल्क के नगर निगम को चाहिए। लगभग सभी दुकानों की नाप जोख में गलतियां हैं, जिसे सुधार करने का दिखावा किया जा रहा है ।
नगर निगम ने गोल बाजार के व्यापारियों को मालिकाना हक देने के लिए विकास शुल्क और निर्माण शुल्क तय किए हैं। ऐसे में दुकान पाने के लिए निगम में पांच लाख रुपए से लेकर 10, 20, 40, 50 लाख के साथ एक करोड़ से अधिक रुपए जमा करना पड़ेगा।