रायपुर। विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने रेडी टू ईट का मामला उठाया। कौशिक ने कहा कि रेडी टू ईट के काम से महिला स्व सहायता समूह को बाहर कर दिया गया है। बीज निगम और एक प्राइवेट कंपनी के संयुक्त उपक्रम को सप्लाई की जिम्मेदारी दी गई है। मंत्री अनिला भेडिय़ा के जवाब से असंतुष्ट होकर भाजपा विधायकों ने नारेबाजी की और वेल में पहुंच गए। वेल में पहुंचने के कारण भाजपा के 11 विधायक धरमलाल कौशिक, डा रमन सिंह, अजय चंद्राकर, बृजमोहन अग्रवाल, रंजना साहू, नारायण चंदेल, सौरभ सिंह, रजनीश सिंह को निलंबित कर दिया गया।
नेता प्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढिय़ा की बात करते हैं लेकिन रेडी टू ईट कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को बाहर कर दिया गया है। कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ को बेचने का काम किया जा रहा है। विधायक अजय चंद्राकर ने कहा है कि 3 महीने से रेडी टू ईट बंद है। रायगढ़ में प्लांट का निरीक्षण करा लें अब तक प्लांट शुरू होने की स्थिति में नहीं पहुंचा है।
मंत्री अनिला भेडिय़ा ने कहा कि नई कंपनी में बीज विकास निगम की 26 फीसद और प्राइवेट कंपनी की 74 फीसद हिस्सेदारी है। 7 करोड़ की लागत से प्रोजेक्ट बन रहा है। कौशिक ने कहा कि सरकार जिस सुप्रीम कोर्ट के फैसले का हवाला दे रही है, उसमें महिलाओं के अधिकारों की चिंता की गई है। इस पर मंत्री भेडिय़ा ने कहा कि सभी विषयों का परीक्षण कराने के बाद ही यह निर्णय लिया गया है। मंत्री के जवाब के बाद भाजपा विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया।