
रायपुर । नेहा कोमल फिल्मस प्रोडक्शन कंपनी एवं सिमरन सेवा समिती द्वारा राम के लीला रामायण छत्तीसगढ़ी बोली में निर्माण करने जा रहे हैं, जिसे धारावाहिक एवं फीचर फिल्मस् के रूप में बनाया जाएगा। इसकी विधिवत् शुरूआत आगामी 10 अप्रैल से होगी। इसी दिन एक भव्य शोभायात्रा रायपुर रेल्वे स्टेशन के हनुमान मंदिर से निकाली जाएगी। जिसमें कलाकार राम, लक्ष्मण और सीता के भेष में सवार होंगे, यह शोभयात्रा स्टेशन चौक हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर रायपुर के विभिन्न स्थानों का भ्रमण करते हुए वी.आई पी. रोड स्थित राम मंदिर में इस शोभायात्रा का समापन होगा।
विगत दिनों इसी फिल्म का टाईटल सांग एवं ब्रोशर का विमोचन संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने किया था। उन्होंने इस फिल्म के लिए अपनी शुभकामनाएँ भी दी हैं।
छत्तीसगढ़ी बोली को रामायण के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाना इस फिल्म का मुख्य उद्देश्य है। रामचरितमानस के माध्यम से सामाजिक जीवन में जीने वाले समाज के लिए पुनः एक मर्यादित समाज की परिकल्पना है, जो हमारे गाँव-प्रदेश एवं देश के लिए काम आ सके।
छत्तीसगढ़ी मीठ बोली में पहली बार बनने वाली रामायण पाँच डायरेक्टरों की टीम होगी, जो मुंबई से भी होंगे। यहां के सभी सह -निर्देशकों का इसमें सहयोग लिया जाएगा। अभी रामायण के कलाकारों का चयन किया जा रहा है।
जिनमें मुख्य-मुख्य कलाकार जैसे रावण, तीनों रानियाँ, मेघनाथ, कुम्भकर्ण का चयन किया जा चुका है।
रामायण राम के लीला की पटकथा अशोक तिवारी ने लिखी है। इसका निर्देशन एवं संगीत संयोजन जसबीर कोमल करेंगे। इसके पूर्व भी जसबीर कोमल ने पंजाबी धार्मिक फिल्म “जो चढ़े सो उतरे पार” और कई देशभक्ति गीतों का निर्माण किया है,
जिसे काफी पसंद किया गया, इस फिल्म के संयोजक अखिलेश वर्मा एवं दिनेश साहू हैं। छत्तीसगढ़ी रामायण राम के लीला का फिल्मांकन छत्तीसगढ़ के रामवन पथ
गमन के साथ अयोध्या व रामेश्वरम में भी किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि 52 एपिसोड का निर्माण प्रायोजकों के विज्ञापनों के साथ जन सहयोग से किया जाएगा। क्योंकि यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है और इसमें सैकड़ों कलाकारों की हिस्सेदारी होगी। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ी रामायण राम के लीला पहली बार बनाई जा रही है, जो एक ऐतिहासिक कदम है और यह फिल्म मील का
पत्थर साबित होगी।