रायपुर। राज्य के वरिष्ठ मंत्री टी एस सिंहदेव ने पंचायत विभाग छोड़ दिया है। बाकी विभागों में वे यथावत काम करते रहेंगे। चार पेज का एक पत्र उन्होने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम लिखते हुए कहा है कि किन कारणों से वे पंचायत विभाग के प्रभार से हट रहे हैं। पंचायत विभाग उन्होने इसलिए छोड़ा है क्योकि पिछले दिनों मनरेगा कर्मियो की हड़ताल और हड़ताल खत्म कराने तक की प्रक्रिया से काफी नाराज थे। हडतालियों पर कड़ी कार्रवाई चाह रहे थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पेसा कानून को राज्य में लागू किये जाने उनके द्वारा तैयार किए गए प्रारूप में फेरबदल से भी वे नाराज बताये गए। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत प्रदेश में यथोचित काम नहीं होने को भी उन्होने कारण बताया है। पंचायत प्रतिनिधियों को मिलने वाले अधिकार का भी जिक्र किया है जिसका वादा जनघोषणा पत्र में किया गया था,वह आज तक नहीं किया गया।
वहीं दूसरी ओर इसे मंत्री का इस्तीफा नहीं कहा जा सकता,केवल एक विभाग उन्होने छोड़ा है। मतलब मंत्रिमंडल में वे अभी भी बने हैं। यदि छग से बाहर के भी राज्यों में देखें तो ऐसा पहले भी हुआ है कि कई मंत्री कुछ कारणों का उल्लेख करते हुए विभाग छोड़े हैं। विभाग का आवंटन मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार के दायरे में आता है। सिंहदेव के पास अब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीससूत्रीय, वाणिज्यिक कर (जीएसटी) का प्रभार हैं।