
रायपुर, 2 अप्रैल ।
कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का प्रतिष्ठित उच्च शिक्षा संस्थान है। जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के द्वारा बी प्लस की मान्यता प्रदान की गयी है। यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में उच्चस्तरीय 151-200 विश्वविद्यालयों में एक है। कलिंगा विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद आदि प्रतिष्ठित संस्थानों से मान्यता प्रदान की गयी है। यहाँ पर विद्यार्थियों में शोध प्रवृत्ति और नयी खोज को विकसित करने के लिए और वैश्विक मापदंड के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए विभिन्न संकाय के द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
इसी तारतम्य में कलिंगा विश्वविद्यालय “विश्व जल दिवस” के अवसर पर विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित मॉडल मेकिंग गतिविधि में कलिंगा विश्वविद्यालय की 3 सीजी एयर स्क्वाड्रन और 8 सीजी गर्ल्स बटालियन के एनसीसी कैडेटों ने भाग लिया। मॉडल जल संचयन, जल शोधन और जल संरक्षण पर आधारित थे जिनका उपयोग घर और कार्यालयों में जल संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण रूप से किया जा सकता है। एनसीसी सेना विंग कलिंगा विश्वविद्यालय की एएनओ लेफ्टिनेंट विभा चंद्राकर ने बताया कि एनसीसी कैडेटों ने जल संरक्षण के आधार पर वर्किंग मॉडल तैयार किए हैं। कैडेटों द्वारा पांच
से अधिक मॉडल तैयार किए गए। डॉ. आशा अंभईकर, डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर ने वर्किंग मॉडल्स का निरीक्षण किया और कैडेटों से बातचीत की। डॉ. आशा अंभईकर द्वारा कैडेटों को भागीदारी का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। श्री राजेश रावत ने कैडेटों को विश्वविद्यालय
परिसर में स्थापित उत्कृष्ट जल संचयन संयंत्र के बारे में बताया।