
रायपुर । कलिंगा विश्वविद्यालय के विज्ञान संकाय के द्वारा अंतर्राश्ट्रीय समाज के लिए विज्ञान संगोश्ठी का आयोजन 11 व 12 जनवरी 2022 को किया गया। इस अवसर पर भारत और वि वि के अलग-अलग हिस्सों से वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलिंगा वि विद्यालय के कुलपति डॉ. आर श्रीधर के उद्बोधन से हुआ डॉ. श्रीधर ने बताया कि कलिंगा वि विद्यालय अपनी स्थापना के साथ ही विज्ञान और तकनीक का उपयोग समाज के लिए करने को प्रतिबद्ध है। इस प्रक्रिया में समाज के हर हिस्से तक विज्ञान की समझ और उसकी पहुंच हो इसके लिए कलिंगा वि विद्यालय द्वारा समय-समय पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते है। अंतर्राश्ट्रीय संगोश्ठी का आयोजन भी इसी उद्देश्य से प्रेरित है ताकि ऑनलाईन मोड में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थियों को देश -विदेश में हो रहे शोध के बारे में पता चल सके। संगोश्ठी में आये हुए मुख्य अतिथि डॉ. पी. के पात्रा, डायरेक्टर सिकल सेल संस्थान तथा कुलपति डॉ. आर श्रीधर विज्ञान संकाय के अधिश्ठाता डॉ. वी. के. कोला के निर्देशन में सार पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
डॉ. नवरत्ना वाजपेयी ने अपना व्याख्यान दवाईयों और जैविक उत्पादों की गुणवत्ता, सुरक्षा कैसे सुनि िचत की जा सकती है, इस विशय पर अपना व्याख्यान दिया।
अगले दिन की शुरूवात डॉ. एल. वी. के.एस. भास्कर, अधिश्ठाता विज्ञान विभाग, गुरूघासीदास
वि विद्यालय, बिलासपुर के सिकल सेल एनीमिया के उपर दिए गये प्रस्तुतिकरण के साथ हुई। डॉ. भास्कर ने सिकल सेल एनीमिया के कारक डॉयग्नोसिस उपचार और पारंपरिक औशधियां जो इस बीमारी के उपचार में प्रयोग की जा रही है, के बारे में बताया।
डॉ. लीना रीवरा, सस्थापक स्विसनेक्स ने अपना व्याख्यान स्विसनेक्स के द्वारा दी जा रही स्विस स्कालरा प प्रोग्राम थिंक स्विस और नालेज टू एक नि प्रोग्राम के बारे में बताया। डॉ. दिव्या वत्स निर्दे क स्मेलसेल ने स्निफिंग तकनीक के बारे में जानकारी दी, इस तकनीक का
उपयोग करते हुए किस प्रकार से बीमारियों को डायग्नोस किया जा सकता है, इस पर प्रका | डाला।
इस दौरान प्रतिभागियों ने एथनोबाटनी, म नि लर्निंग, स्तन कैंसर, आर्टिफिशियल इंटेलिजेन्स, प्राबेविलिटी थ्योरी और वैदिक गणित पर अपना पेपर प्रस्तुत किया। इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक डॉ. वी. पी. कोला, सह-सयोजक श्री अभिशेक कुमार पाण्डेय, सुश्री निराली, डॉ. प्रीति पाण्डेय, डॉ. जी. वी. वी. राव, डॉ. आलोक कुमार, श्री भौकीलाल चौहान उपस्थित थे।