रायपुर। कलिंगा विश्वविद्यालय मध्य भारत का एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान है। जिसे राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नैक) के द्वारा बी प्लस की मान्यता प्रदान की गयी है। यह छत्तीसगढ़ में एकमात्र निजी विश्वविद्यालय है जो एनआईआरएफ रैंकिंग 2021 में उच्चस्तरीय 151-200 विश्वविद्यालयों में एक है। कलिंगा विश्वविद्यालय के सभी पाठ्यक्रमों को विश्वविद्यालय
अनुदान आयोग, बार काउंसिल ऑफ इंडिया, फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद आदि प्रतिष्ठित संस्थानों से मान्यता प्रदान की गयी है। यहाँ पर वैश्विक मापदंड के अनुरूप विद्यार्थियों में नयी खोज को विकसित करने के लिए उच्च गुणवत्तापूर्ण बहुविषयक अनुसंधान केंद्रित शिक्षा एवं कौशल विकास कार्यक्रमों के
माध्यम से विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किया जाता है।
अनुसंधान केन्द्रित शिक्षा के अंतर्गत विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के विद्यार्थियों ने 18 अप्रैल को रायपुर म्युनिसिपल कार्पोरेशन, भाटागांव के सेवेज ट्रीटमेंट प्लांट की शैक्षणिक यात्रा की। विदित हो कि कलिंगा विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. शिल्पी श्रीवास्तव के निर्देशन में बी. टेक, डिप्लोमा, एम.एससी. और बी.एससी. के लगभग 125 विद्यार्थियों
ने 18 अप्रैल को रायपुर म्युनिसिपल कार्पोरेशन, भाटागांव के सेवेज ट्रीटमेंट प्लांट की शैक्षणिक यात्रा करते हुए वहाँ की कार्यप्रणाली का अध्ययन किया। वहाँ पर उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारियों ने वहाँ की समस्त व्यवस्था से विद्यार्थियों को अवगत कराया और उनकी जिज्ञासा
को शांत किया। इस शैक्षणिक यात्रा में विद्यार्थियों के साथ विश्वविद्यालय की डॉ. शिल्पी श्रीवास्तव, सुश्री प्रियंका गुप्ता, श्री शैलेष देशमुख, डॉ. जगन्नाथ राव और श्री शशांक गिरेपुंजे और दो प्रयोगशाला सहायक श्री डिलेश्वर पटेल और श्री लोकेश प्रभाकर भी उपस्थित थे।